हैदराबाद की इसरो साइंटिस्ट हरिप्रिया साकेतपुरम हाल ही में ‘कौन बनेगा करोड़पति 17’ में आईं और भारत के स्पेस रिसर्च के लिए एक प्राउड मूमेंट बना। शो में उन्होंने चंद्रयान और मंगलयान के साथ अपने 15 साल के सफर के बारे में बात की, जिसमें उन्होंने अपने चुनौतीपूर्ण करियर और फैमिली लाइफ के बैलेंस के बारे में बताया। 25 लाख के सवाल पर छोड़ा गेम
हरिप्रिया की गेम में मौजूदगी एक प्राउड मूमेंट था क्योंकि अमिताभ बच्चन ने उनका गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा, ‘हम भाग्यशाली हैं कि पहली बार इसरो से एक महिला साइंटिस्ट हमारे बीच आई है। हरिप्रिया ने गेम शानदार तरीके से खेला वे 25 लाख रुपये के सवाल तक पहुंचीं, लेकिन उन्होंने 12.5 लाख रुपये जीतकर प्रतियोगिता छोड़ने का फैसला किया। वर्कलाइफ बैलेंस के बारे में बोलीं साइंटिस्ट
उन्होंने अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में भी खुलकर बात की और वर्कलाइफ बैलेंस में आने वाली दिक्कतों के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि वह काम के सिलसिले में रोजाना 120 किलोमीटर का सफर तय करती हैं और कहा, ‘मैं काम के दौरान भले ही एक वैज्ञानिक हूं, लेकिन घर पर मैं बैलेंस बनाए रखने की कोशिश करती हूं। अपने पति और तीन बच्चों के सपोर्ट से मैं दोनों जगह का काम संभालने में सफल पाई हूं’।
क्या था वो सवाल
25 लाख रुपये के सवाल तक पहुंचने के तक उनका गेम बढ़िया था और वे आत्मविश्वास से भरी हुई थी। लेकिन यहां तक उनके पास कोई लाइफलाइन नहीं बची थी। कोई लाइफलाइन ना होने के कारण उन्हें एक मुश्किल सवाल का सामना करना पड़ा। वो सवाल है-
परमहंस योगानंद की आत्मकथा के अनुसार, उन्होंने महात्मा गांधी को कौन सा फल सजेस्ट किया था और कैलिफोर्निया से वर्धा में उसके कुछ पौधे भेजे थे? इसके ऑप्शन हैं
A. खरबूजा, B. हकलबेरी, C. एवोकाडो, और D. आड़ू
हरिप्रिया ने ऑप्शन C, एवोकाडो, को चुना, लेकिन वे पूरी तरह से आश्वस्त नहीं थीं। जोखिम न उठाते हुए, उन्होंने समझदारी से खेल छोड़ दिया और 12.5 लाख रुपये जीत लिए। हालांकि उनका ये जवाब सही था इसका जवाब एवोकाडो ही था। इसका मतलब वे 25 लाख जीत सकती थीं।